सीएम ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह अवसर नियुक्ति अभ्यर्थियों के जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, साथ ही राज्य के उज्ज्वल भविष्य की नींव निर्धारण के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सरकार ने प्रदेश में 1459 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति के रूप में दिवाली को तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून मेडिकल कॉलेज में आयोजित समारोह में 109 समीक्षा और सहायक समीक्षा अधिकारियों के साथ ही 1347 सहायक अध्यापकों (एलटी) को नियुक्तिपत्र दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, किसी भी राज्य की शासन व्यवस्था का सबसे अहम आधार उसका प्रशासनिक तंत्र होता है। सचिवालय को राज्य की शासन व्यवस्था का मस्तिष्क कह सकते हैं, क्योंकि यहीं पर नीतियां बनती हैं, निर्णय लिए जाते हैं और विकास परियोजनाओं को धरातल पर उतारने का खाका तैयार होता है। इस पूरी व्यवस्था को प्रभावी बनाने में समीक्षा अधिकारियों की भूमिका अहम होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, जब एक बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलती है, तो वह अपने जीवन को बेहतर बनाने के साथ समाज और देश के लिए भी अमूल्य योगदान देता है। शिक्षक का कर्तव्य है कि वे बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उनके भीतर समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना का भी संचार करें, जिससे वे अच्छे नागरिक बन सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा, पिछले चार वर्षों में राज्य में 26 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है। यह संख्या राज्य के गठन के बाद से पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में मिली कुल नौकरियों से दोगुना से अधिक है। समारोह में राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक विनोद चमोली, सचिव रविनाथ रामन, दीपेंद्र चौधरी, निदेशक बंदना गर्ब्याल, डाॅ. मुकुल सती आदि मौजूद रहे। संचालन मोहन बिष्ट ने किया।
शिक्षा विभाग में 90 दिन में 7347 युवाओं को मिलेगी नौकरी : डॉ. धन सिंह
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, शिक्षा विभाग में अगले 90 दिन में 7347 युवाओं को नौकरी मिलेगी। इसमें बेसिक शिक्षा में सहायक अध्यापक के 2100 पदों पर भर्ती की जाएगी। वहीं, बीआरपी, सीआरपी के करीब 1500 और चतुर्थ श्रेणी के 2400 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। जबकि सहायक अध्यापक एलटी के 1347 पदों पर नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। उन्होंने कहा, नव नियुक्त अधिकतर शिक्षकों को दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में तैनाती दी जाएगी। इसमें 166 शिक्षकों को दुर्गम में जगह न होने से मात्र 15 दिन के लिए सुगम क्षेत्र के स्कूलों में तैनाती मिलेगी। इन शिक्षकों को 15 दिन बाद दुर्गम में भेजा जाएगा। नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शिक्षा मंत्री ने कहा, सहायक अध्यापक एलटी की नियुक्ति से कोई भी अतिथि शिक्षक प्रभावित नहीं होगा।