डेंगू बुखार के 3मामलों के बाद डॉक्टर्स ने कहा है कि उन्हें कुछ रिपोर्ट्स का इंतजार है और उसके बाद ही पूरे कारणों का पता चल सकेगा। 32 वर्षीय युवक कुछ दिनों से बुखार से पीड़ित था..
हरिद्वार: ज्यादा लम्बे चले मानसून के कारण डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, हरिद्वार में 3 मामले सामने आए हैं और एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गई है। दिनों से बुखार से पीड़ित कनखल निवासी 32 वर्षीय युवक की शनिवार देर रात मौत हो गई थी। मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जानकारी दर्ज की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरिद्वार में डेंगू बुखार के तीन मामलों के बाद रविवार को संदिग्ध डेंगू से पहली मौत हुई।
3 cases and 1 suspected patient death: careful of dengue and malaria
स्वास्थ्य विभाग ने देहरादून के उस अस्पताल से रिपोर्ट मांगी है जहां युवक की मौत हुई थी। हरिद्वार में डेंगू बुखार के तीन मामलों के बाद डॉक्टर्स ने कहा है कि उन्हें कुछ और रिपोर्टों का इंतजार है और उसके बाद ही पूरे कारणों का पता चल सकेगा। कनखल निवासी 32 वर्षीय युवक पिछले कुछ दिनों से बुखार से पीड़ित बताया जा रहा था, जिसके बाद डॉ. आर.के. सिंह ने कहा कि जिस अस्पताल में मौत हुई है, वहां से संपर्क कर जानकारी जुटाई जा रही है।
स्थानीय लोगों मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
कनखल के एक युवक की मौत पर व्यापारी नेता सुनील सेठी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर डेंगू बुखार की रोकथाम के प्रयासों पर सवाल उठाए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय गंभीर नहीं है. युवक की मौत पर रोष व्यक्त करते हुए सेठी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि डेंगू से हर साल मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है, लेकिन डेंगू की रोकथाम के लिए कोई प्रभावी ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं और न ही रोकथाम के लिए कोई प्रारंभिक तैयारी की गई है। डेंगू बुखार के प्रति जागरूकता अभियान से लेकर बचाव और इलाज तक कोई विशेष सावधानी नहीं बरती जाती है, जिसका खामियाजा हर साल लोगों को भुगतना पड़ता है और डेंगू बुखार लगातार फैलता जा रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
डेंगू मलेरिया से बचने के मुख्य उपाय
1. घर के आसपास या घर के अंदर भी पानी न जमा होने दें। गमलों या टायर में पानी भर जाए, तो इसे तुरंत निकाल लें। साफ- सफाई का इन दिनों में खास ख्याल रखें।
2. कूलर में अगर पानी है, तो इसमें कैरोसिन तेल डालकर रखें, इससे मच्छर पनपने की संभावना कम हो जाती है।
3. पानी की टंकियों को खुला न छोड़े, अच्छी तरह ढककर रखें।
4. इन दिनों फुल स्लीव और पैरों को ज्यादा से ज्यादा ढकने वाले कपड़े पहनें। बच्चों को मच्छर से बचाने वाली क्रीम लगाकर ही बाहर भेंजें।
5. बुखार आने पर तुरंत ही डॉक्टर से सलाह लें।
6. बुखार के समय नारियल पानी आदि तरल पदार्थों तथा किवी आदि फलों का सेवन करें।