भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए फैसला किया है कि किसी भी आतंकी हमले को युद्ध माना जाएगा और उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के बाद यह निर्णय लिया गया है।
नई दिल्ली: भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और सख्त करते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार के शीर्ष सूत्रों के हवाले से खबर है कि भविष्य में किसी भी आतंकी कार्रवाई को भारत के खिलाफ युद्ध माना जाएगा और उसका जवाब उसी ताकत और तेजी से दिया जाएगा। यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर पूरी दुनिया को भारत की ताकत का अहसास कराया है।
ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान की नींद उड़ी
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 मासूमों की जान गई थी। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। भारत ने इसका जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 6-7 मई की रात दिया, जब भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। बहावलपुर, मुरीदके, कोटली और मुजफ्फराबाद में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अड्डों पर सटीक हमले किए गए, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी ढेर हुए। भारतीय सेना ने ड्रोन, मिसाइल और लोइटरिंग हथियारों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान को दिखा दिया कि भारत अब चुप नहीं रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा, जो उन महिलाओं के सम्मान का प्रतीक है, जिनके पति पहलगाम हमले में शहीद हुए। पीएम मोदी ने बिहार की एक रैली में वादा किया था कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा, और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने उनके इस वादे को सच साबित कर दिया।
