अल्मोड़ा बस हादसे में दो प्रभारी एआरटीओ निलंबित किए गए हैं। दोनों अफसरों को अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन न करने का गंभीर कृत्य मानते हुए निलंबित किया गया है।
अल्मोड़ा के मारचूला में हुए बस हादसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद सचिव परिवहन ने दो एआरटीओ को निलंबित कर दिया है। वहीं, परिवहन आयुक्त ने घटना की जांच के लिए उप परिवहन आयुक्त की अगुवाई में जांच दल घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया है।
यह दल अपनी प्राथमिक रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध कराएगा। मारचूला बस हादसे के मामले में परिवहन सचिव बृजेश संत ने प्रभारी संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) (प्रवर्तन) पौड़ी कुलवंत सिंह और परिवहन कर अधिकारी एवं प्रभारी एआरटीओ रामनगर नेहा झा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
दोनों अफसरों को अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन न करने का गंभीर कृत्य मानते हुए निलंबित किया गया है। दोनों अफसरों को परिवहन आयुक्त कार्यालय देहरादून में संबद्ध कर दिया गया है।
दूसरी ओर, सचिव परिवहन के निर्देश पर संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने उप परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच दल गठित किया है।
इसमें लोनिवि के सहायक निदेशक संजय बिष्ट, परिवहन के सहायक निदेशक नरेश संगल और पुलिस से लीड एजेंसी के सहायक निदेशक अविनाश चौधरी भी शामिल हैं। जांच दल के साथ जेपी रिसर्च इंडिया के विशेषज्ञ प्रतिनिधि भी हैं।
जांच दल घटना के कुछ देर बाद ही रवाना कर दिया गया है। यह दल दुर्घटना स्थल का निरीक्षण करके अपनी रिपोर्ट परिवहन आयुक्त को उपलब्ध कराएगा।
प्रभारी एआरटीओ रामनगर जुलाई 2018 में हुए धुमाकोट बस हादसे में भी निलंबित हुईं थीं। उस हादसे में 48 की मौत हुई थी और 12 घायल हुए थे। हालांकि जांच के बाद उनका निलंबन बहाल कर दिया गया था। उन पर कार्य के प्रति उदासीनता के आरोप सिद्ध नहीं हो पाए थे।