धामी सरकार ने उत्तराखंड के इन 6 बड़े शहरों को सौगात दी है, अब दूर होगी पानी की किल्लत, पेयजल योजनाओं को 95 करोड़ की मंजूरी..
देहरादून: उत्तराखंड के छह शहरों में जल्द ही पेयजल संकट खत्म होने की उम्मीद है। अमृत 2.0 के तहत 95 करोड़ रुपये की पेयजल योजनाओं को मंजूरी मिल गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों में पर्याप्त जलापूर्ति सुनिश्चित करना है। अब इस पर अंतिम मुहर के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी से अनुमोदन लिया जाएगा।
95 Cr for Drinking Water Crisis in 6 Cities of Uttarakhand
उत्तराखंड के छह नगरों में जल्द ही पेयजल संकट खत्म होने वाला है। Amrit Yojana 2.0 (अटल मिशन फॉर रिजुविनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन) के तहत 95 करोड़ की पेयजल योजनाओं को मंजूरी दी गई है। शहरी विकास सचिव नितेश कुमार झा की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में हुई विभागीय कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा हुई। अब मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी से अंतिम अनुमोदन लिया जाएगा। अमृत योजना-2.0 जो एक अक्टूबर 2021 से पांच साल के लिए लागू की गई है, इसके तहत अन्य नगरों को भी शामिल किया जाएगा।
Amrit Yojana 2.0 के तहत 6 नगरों को मिली मंजूरी
सचिवालय में हुई विभागीय कमेटी की बैठक में अमृत-2.0 योजना के तहत आठ नगरों की पेयजल योजनाओं के प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से छह को मंजूरी मिल गई है। स्वीकृत नगरों में स्वर्गाश्रम-जोंक (12 करोड़), डीडीहाट (10 करोड़), कपकोट (18 करोड़), कर्णप्रयाग (32 करोड़), देवप्रयाग (14 करोड़), और धारचूला (9 करोड़) शामिल हैं। शेष दो नगरों के लिए बाद में निर्णय लिया जाएगा। उम्मीद है इसके बाद शहरी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या में सुधार होगा।